मनुष्य की सदैव मुलभूत जरूरत हानेवाला व्यवसाय और उद्योग मतलब गारमेंट उद्योग-व्यापार हैं । मनुष्य पृथ्वी पर है, तब तक चलनेवाला; संसार के हर देश का, हर देहातों और शहरी मनुष्य की जरुरत होनेवाले इस उद्योग व्यवसाय में उच्च लक्ष्य होनेवाले उद्योजकों को यह व्यवसाय सफलता के शिखर तक ले जा सकता हैं।
उद्योग की शुरुवात करनेवाले को उसके उद्देश्य तक ले जानेवाला, हजारों बेरोजगार पुरुष और महिलाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार देनेवाले इस व्यवसाय में उद्योजक की और देश की भी प्रगति हैं। गारमेंट उदयोगों में उद्योजक की और देश की भी प्रगति हैं।
गारमेंट उद्योंग में, कपड़ों के तागों से रेडिमेड कपडे तैयार करने के उद्योग में, महिला अग्रेसर (आगे) हैं। स्व-मालकी के (खुद के) निजी व्यवसाय के साथ ही सहकारी तत्त्व पर भी यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। आपको खुद का व्यवसाय शुरू करना हो तो राष्ट्रीयकृत बैंकों, पतसंस्थाएँ, क्रेडिट सोसायटी आपको इस व्यवसाय के लिए अर्थसहायता कर सकते हैं।
महिलाओं का आर्थिक विकास हो, उन्हें रोजगार उपलब्ध हो, इसके लिए सरकार की बहुत-सी योजनाएँ हैं। आपके जिले के जिला उद्योग केंद्रों में आपको ऐसी सरकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी मिल सकती हैं। सरकार की बहुत-सी आर्थिक महामंडलों की भी योजनाएँ गारमेंट उद्योगों के लिए आपको मदद करती हैं।
कपड़ों के तागे लाकर मार्केट के, व्यापारियों के माँग के अनुसार उन्हें जैसे चाहिए उस डिझाईन के, फैशन के कपडे सीकर देना यह गारमेंट उद्योग का प्रमुख भाग होता है। आपके गाँव के, शहर के आसपासके कपड़ों के बाजार के व्यापारियों से मिलकर उनके दूकान में बेचे जानेवाले रेडिमेड कपड़ों के ऑर्डर्स आप पुरे कर सकते हैं ।
शर्ट, पैंट, चूडीदार, लडकियों के फैन्सी ड्रेसेस, लडकों के फैशनेबल कपडे उन्हें जो चाहिए उस डिझाईन और नाप के अनुसार सीकर दे सकते हैं। बड़े होलसेल व्यापारियों की ओर से एक ही नमुने के अनेक क्वॉलिटी के ऑडर्स हमें मिल सकते हैं। गारमेंट का छोटा-सा व्यवसाय भी हमें शुरू करने आता हैं। आसपास के अंग्रेजी माध्यमों के स्कूलों के बच्चो कें (विद्यार्थियों के) ड्रेस सीकर देना, कंपनी-कारखाने के मजदूरों के ड्रेस तैयार करके देना, ऑफिस, कार्यालयें, बैंकों के कर्मचारियों के कार्यालयीन युनिफॉर्म तैयार करके देना ऐसी ऑर्डर्स स्थान-स्थान पर के प्रमुखों से आपको मिल सकती हैं।
प्रशिक्षण देकर अथवा ऐसे अप्रशिक्षित लोग कामपर लेकर उन्हें प्रशिक्षित करके उन्हें काम दे सकते हैं । गारमेंट उद्योग में सबसे महत्त्वपूर्ण बात मतलब व्यापारी, कंपनियों की ओर से ऑर्डर्स प्राप्त करना । फैशन के, डिझाईन के कपडे बाहर से तैयार करके लेकर भी हमें अच्छी मजदूरी प्राप्त हो सकती हैं। गारमेंट उद्योग के लिए बड़े भांडवल की, (पैसों की) जगह की, मजदूरों की आवश्यकता होती हैं । गारमेंट उद्योग यह अत्यंत सुनियोजित पद्धति से ऑर्डर्स से लेकर वितरण प्रणाली तक सभी नियोजन पूरे करके ही शुरू कीजिए।
मार्केट:
खुद ही कपडा खरीद लेकर रेडिमेड कपडे तैयार करके मार्केट में बिक्री के लिए ले जायेंगे तो अधिक फायदा मिलता हैं। उसके साथ ही आपने तैयार किए रेडिमेड कपड़ों के सॅम्पल्स होलसेल, रिटेल व्यापारियों को दिखाकर उनकी ओर से ऑर्डर्स प्राप्त कीजिए। एक-दो ‘मार्केटिंग एक्झिक्युटीव्हज’ की नियुक्ती करके उन्हें व्यापारियों की ओर से ऑर्डर्स प्राप्त करने के काम पर नियुक्त करो। आपने तैयार किए हुए कपडे विविध प्रदर्शनें, सेल इन स्थानों पर बिक्री के लिए रखीए। संभव हो तो आपके स्थानिक बाजार में खुद की रेडिमेड कपड़ों की दूकान लगाओ। बाजार के स्पर्धक
व्यापारी और अन्य कंपनियों की अपेक्षा थोडे अधिक सस्ते कपडे बेचो । ग्राहक अपने आप आपके दुकान में आयेगा। उत्पादन भी आपका और बिक्री व्यवस्थापन भी आपका ही होने से दूसरों पर निर्भर रहकर उत्पादन करना नहीं पडेगा। स्थानिक के सप्ताह बाजार में स्टॉल लगाकर भी बिक्री कर सकते है. बेरोजगार, महिला-पुरुषोंसे बिक्री प्रतिनिधी के रूप में डोअर मार्केटिंग कर सकते हैं।
रॉ मटेरियल:
विविध नमुनों के रंगबिरंगे कपडे और धागे.
मशिनरी :
कपडे सीने की सिलाई मशिन्स और अन्य साहित्य सामग्री.