आज स्पर्धा के आधुनिक युग में शिक्षा का प्रचार और प्रसार बड़े व्यापक रूप में होने से लोगों को शिक्षा का महत्त्व अच्छी तरह से ही समझ में आया हैं। अच्छा जीवन जीने के लिए शिक्षा की कितनी नितांत जरूरत है यह देहात में रहने वाले अभिभावकों को भी समझने के कारण ग्रामीण और शहरी भाग के संभवतः कोई भी पालक (अभिभावक) दसवीं कक्षा के पूर्व अपने बच्चों की शिक्षा बंद करते नहीं । हर घर का लडका होने दे अथवा लडकी उन्हें सरकारने बिना मूल्य शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करके देने से आज कम-से-कम सभी दसवीं तक शिक्षा लेते हुए दिखाई देते हैं ।
पेन यह आज के जमाने की हर घर की, हर मनुष्य की जरूरत हैं। हर मनुष्य को दैनिक जीवन में किसी न किसी कारण के लिए पेन यह लगती ही हैं। प्राचिन काल में लेखनी से लिखा जाता था। उसके बाद दौत और टाक (झरनी) आई। पच्चीस-तीस साल के पहले स्याही के पेन उपयोग में लाए जाते थे।
स्याही के पेन के लिए स्याही की दौत, नीपल, जिप ऐसा साहित्य लगता है । परंतु आज के आधुनिक जमाने में स्याही के पेन जाकर उस स्थानपे उनकी जगह बॉलपेनों ने ली हैं। स्याही के पेन की स्याही खत्म होने पर उसमें स्याही भरनी पडती ती ।
स्याही भरते वक्त बहुतबार स्याही के दाग कागजातों पर और कपड़ों पर पडते थे। पेन के निपल्स, जिप टूटते थे। इन झंझटों से मुक्ति हुई बॉलपेन के कारण । बॉलपेन यह उपयोग में लाने के लिए अत्यंत आसान, सुविधाजनक और सरल होनेसे स्कूल/महाविद्यालयों के विद्यार्थियों से लेकर शिक्षकों तक, बैंकों, ऑफिसेस, कार्यालयों के सभी ही कर्मचारी आज बॉलपेन का उपयोग करते हैं।
बॉलपेन निर्मिती का व्यवसाय चुना तो बॉलपेन का उत्पादन बेचने के लिए अमर्यादित बाजारपेठ उपलब्ध होने से उत्पादन बिक्री के लिए कार्यक्षेत्र को मर्यादा नहीं आती। अपनी क्षमता के अनुसार व्यवसाय बढा सकते हैं। आप-आपके माल की निर्मिती, उत्पादन जहाँ शुरू करनेवाले हो उसके आसपास आपको मार्केट उपलब्ध होने से उत्पादन की बिक्री के लिए बाजार को ढूँढना नहीं पड़ता। उत्पादन के शुरू में आसपास की मार्केट मिली तो यातायात खर्चा कम होता हैं।
माँग के अनुसार माल का उत्पादन और उसकी आपूर्ति जल्दी कर सकते हैं। शहरी भाग के ग्राहक और बाजार के लिए आकर्षक रंगसंगती के फैन्सी बॉलपेन मॉडेल बनाईए तो ग्रामीण मार्केट के लिए थोडे से सस्ते और ब्रँडेड कंपनियों के मॉडेल्स के अनुसार ही लेकिन टिकनेवाला उत्पादन तैयार करो।
बाजार में माँग होनेवाले डिझाईन की विविध मॉडेल्स यदि आपने मार्केट की माँग के अनुसार बिक्री के लिए लाए तो आपके माल को अधिक माँग आती हैं। संभव हो तो आपके मॉडेल्स को एखादं सुंदर नाम देकर उत्पादन का ब्रँडनेम तैयार करो।
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मार्केट :
बॉलपेन का उत्पादन हम कितने ब ड़े स्वरूप में करनेवाले हैं, उस उत्पादन के प्रमाण के अनुसार हमें बाजार का कार्यक्षेत्र तय करना होगा। उत्पादन बड़े प्रमाण में करनेवाले हो तो संभवत: नजदीक के बडे मार्केट में होलसेल व्यापारियों को उनके ऑर्डर के अनुसार माल तैयार करके भेजीए। माल का उत्पादन कम प्रमाण में हो तो तैयार हुआ माल खुद ही मार्केटिंग करके बेचो । स्थानिक के बाजारपेठ की स्टेशनरी दूकानें, किराना माल की दूकानें, पान की दूकानें, मॉल्स, डिपार्टमेंट स्टोअर्स ऐसे स्थानोंपर नगद स्वरूप माल बेच सकते हैं। बिक्री प्रतिनिधियों की नियुक्ति कीजिए।
रॉ मटेरियल :
पॉली प्रॉविलीन, नीली स्याही, नोजल्स, प्लास्टिक पावडर, पैकिंग के लिए प्लास्टिक कागजों के कव्हर्स आदि कच्चा माल लगेगा।
मशिनरी:
स्क्रीन प्रिंटींग मशिन, स्याही भरने का मशिन, ओव्हन, बॉलपेन का
हँडमोल्डेड, मशिन, नोझल तैयार करने का मशीन आदि मशिनरी लगेगी।